रायपुर, 10 जनवरी। इंदौर में चल रहे प्रवासी भारतीय सम्मेलन में छत्तीसगढ़ भी गौरवान्वित हुआ है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों प्रवासी भारतीय सम्मान से सम्मानितों में छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में में पले बढ़े डा. राजगोपाल भी शामिल हैं।
डा. राजगोपाल की प्राथमिक शिक्षा दंतेवाड़ा के हिंदी माध्यम स्कूल में हुई थी। उन्होंने बीए सीएमडी कालेज बिलासपुर और अर्थशास्त्र में एम. रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर से पास आउट हैं। डाक्टरेट राजगोपाल ने रविशंकर विश्वविद्यालय से किया। इसमें उन्होंने शोध के लिए बस्तर के जनजीवन से जुड़े विषय चुना। बस्तर के साप्ताहिक बाजार काअनुशीलन विषय पर पीएचडी की। उनका विवाह भी रायपुर में हुआ। कन्नड़ श्रीवैष्णव ब्राह्मण, राजगोपाल 2001 में मैक्सिको चले गए। उससे पहले वे
वे, 7 वर्षों तक हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान और गुजरात के आनंद में भी कार्यरत रहे।उनके पिता डी एस सरमा बस्तर में तत्समय नागपुर से प्रकाशित अंग्रेजी दैनिक हितवाद के संवाददाता रहे हैं। डाक्टर, राजगोपाल उनके पास ही रहकर शिक्षा पूरी की। डा.राजगोपाल , मैक्सिको में ख्यातिप्राप्त बिजनेस एंड मार्केटिंग के क्षेत्र में ख्यातिप्राप्त रिसर्चर हैं।