breaking : जबरदस्ती नहाने का सीन लाते थे डाइरेक्टर्स, मैं मना करती थी फिर भी….’ इस अभिनेत्री ने खोली पोल

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मुंबई। Ram Teri Ganga Maili Mandakini : पुराने जमाने में अपनी अदायकी और खूबसूरती से सबका दिल जितने वाली मंदाकिनी ने किसी कारण से फिल्म इंडस्ट्री से दुरी बना ली है। मंदाकिनी कुछ ही फिल्में करने के बाद विवादों में घिर गई। इसके बाद उन्होंने कभी फिल्म इंडस्ट्री में दोबारा कदम नहीं रखा। इस दौरान अभिनेत्री ने एक हाउसवाइफ बनाकर अपना परिवार संभाला। खास बात ये है कि अब मंदाकिनी ने लगभग 25 साल बाद कमबैक करने का फैसला किया है। दरअसल, मंदाकिनी ने एक म्यूजिकल सॉन्ग ‘मां’ से इंडस्ट्री में वापसी की है। एक मीडिया को इंटरव्यू देने के दौरान मंदाकिनी ने अपनी जिंदगी से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई हैं। मीडिया रिपोर्टर ने मंदाकिनी से कुछ सवाल किये। इसके जवाब अभिनेत्री ने बेहद सादगी से दिए।

पहला सवाल: पहली फिल्म सुपरहिट रही, फिर कुछ फिल्मों के बाद अचानक से इंडस्ट्री से दूरी, क्या आप इंडस्ट्री को मिस नहीं करती थीं?

अभिनेत्री मंदाकिनी का जवाब : इंटरव्यू के दौरान मंदाकिनी ने कहा कि ‘सच कहूं, तो कभी मिस किया ही नहीं। उसका कारण यही है कि वो वक्त बहुत अजीब सा हो गया था, उस दौर में एक्ट्रेस को बस दो तीन रोमांटिक सीन्स और एक दो गाने के लिए इस्तेमाल किया जाता था। मैं वो करके थक गई थी। फिर अच्छे रोल्स ही मिलने बंद हो गए। वहीं दूसरी ओर फैमिली स्टार्ट हो गई। ऐसा लगा कि बच्चों को ज्यादा ध्यान की जरूरत है। मैंने अपना पूरा वक्त बच्चों को दे दिया। इसका भी एक अलग मजा था, तो उतनी ज्यादा याद नहीं आई। हां, अब बच्चे बड़े हो गए हैं, तो लोगों ने कहा कि अब दोबारा स्टार्ट करना चाहिए। ओटीटी प्लेटफॉर्म हैं, जहां एक्स्प्लोर किया जा सकता है। मैं अब पूरी तरह से वापसी के लिए तैयार हो चुकी हूं।’

दूसरा सवाल: जब वापसी की अनाउंसमेंट की थी, तो कैसा रिस्पॉन्स था? क्या इंडस्ट्री आपको लेकर वेलकमिंग है?

अभिनेत्री मंदाकिनी का जवाब : ‘ऐसा तो फील हो रहा है कि लोग वेलकमिंग है। अच्छा लगता है, जब लोग रिस्पेक्ट देते हैं और प्यार से बात करते हैं। आगे देखते हैं क्या होता है।’
तीसरा सवाल : शो मैन राज कपूर के साथ काम करना हर आर्टिस्ट का सपना था, आपकी पहली फिल्म में लॉटरी लगी थी?

अभिनेत्री मंदाकिनी का जवाब : वो तो जादू होना था, जो हो गया। मेरी किस्मत अच्छी थी कि फिल्म मिल गई। कितने लोगों की कोशिश भी रही कि मैं इस फिल्म से निकाल दी जाऊं, क्योंकि कई एक्ट्रेसेज लाइन में थीं, लेकिन राज कपूर के सामने किसी की चलती नहीं। उन्होंने जो निर्णय ले लिया हो, वो ही होता था। कोई कुछ भी कहे, उन्होंने मुझे अपनी फिल्म में मौका दिया और मेरे लिए यह जिंदगीभर का उद्धार रहा।

चौथा सवाल: पहली फिल्म के बाद से ही बोल्ड इमेज को लेकर चर्चा में रहीं थीं, अब जब फिल्मों में बोल्डनेस देखती हैं, तो क्या सवाल होते हैं?

अभिनेत्री मंदाकिनी का जवाब : ‘मैंने जब अपनी पहली फिल्म में बोल्ड सीन किया था, तो कितना बवाल कटा था। आज देखो, उससे कहीं ज्यादा बोल्ड चीजें हैं। मेरे वक्त तो लोगों ने हंगामा मचा दिया था, अब वही लोग उसे आर्ट करार देते हैं। लोग कहते थे कि राजकपूर तो जानबूझकर ये सब करते हैं। ये वही लोग थे, जो उनसे जलते थे और उनके अगेंस्ट थे। उनसे राजकपूर की कामयाबी देखी नहीं जा रही थी। वो कहते थे कि राजकपूर को अपनी हीरोइनों को ऐसा दिखाने का शौक है, वो जबरदस्ती महिलाओं को ऐसे रिप्रेजेंट करते थे। मैंने जो बोल्ड सीन्स किए थे, उसे वाकई में एक्स्प्लेन नहीं किया जा सकता है। आप जाकर फिल्म वापस से देखें तो पाएंगे कि ब्रेस्ट फीडिंग का जो सीन है, वहां मैं बच्चे को लेकर बैठी हूं और सिर्फ मेरा क्लीवेज दिख रहा है। जितना उस वक्त मेरा क्लीवेज दिखा था, आज तो यहां लोग उससे ज्यादा नॉर्मल ड्रेसेज में दिखाते हैं, लेकिन मेरे उस सीन को लेकर क्या-क्या नहीं कहा गया। लोग बोलते थे कि ब्रेस्ट फीडिंग करवाया होगा। दरअसल जो ब्रेस्ड फीडिंग का प्रोसिजर था, वो हो नहीं रहा था लेकिन उसे प्रोजेक्ट ऐसा किया गया था। मैं अब भी वो सीन प्रैक्टिकली करके दिखाऊं, तो शायद लोगों को बात समझ आए। खैर, उस वक्त जो बदनामी होनी थी, वो हो ही गई, लोगों ने मेरे लिए जैसी धारणा बनानी थी, बना ली।’
पांचवा सवाल : उसके बाद क्या हुआ..?

अभिनेत्री मंदाकिनी का जवाब : ‘उसके बाद तो इंडस्ट्री में टैग सा लग गया। हर मेकर आकर मुझसे नहाने का सीन करवाकर इनकैश करना चाहता था। वो जबरदस्ती फिल्मों में नहाने का सीन डालने की कोशिश करते थे। मैं मना कर देती थी, लेकिन अगर किसी में किया भी तो उसे प्रॉपर तरीके से करती थी। देखिए मेरी वो पहली फिल्म थी, वाइट साड़ी थी, राजकपूर एक ऐसे मेकर हैं, जिनके साथ काम करना सपना होता है। वो जो कहेंगे, पूरी दुनिया उसे फॉलो करेगी, तो मैं नई लड़की ऐसे मौके को कैसे जाने देती। मुझे उस दौरान कोई असहजता नहीं हुई लेकिन इसका ये कतई मतलब नहीं था कि हर मेकर्स के प्रति मेरा वही कॉन्फिडेंस जगे। इसलिए जब ऑफर लेकर आते, तो मैं यही कहती थी कि आप मुझे प्रॉपर कपड़े दे दो, मैं पानी के नीचे बैठकर नहाने वाला सीन कर लूंगी। हालांकि वाइट साड़ी वाला सीन पहली फिल्म के बाद मैंने कभी वो रिपीट ही नहीं किया।’

छठवां सवाल: आपके पहले को-एक्टर राजीव कपूर नहीं रहे, उनके साथ आपकी कैसी बॉन्डिंग थी?

अभिनेत्री मंदाकिनी का जवाब : ‘राजीव के जाने का बहुत अफसोस है। उसकी कमी जिंदगीभर खलेगी। मैं बहुत ज्यादा टच में नहीं थी लेकिन एक दूसरे की खबर रहती थी। एक खालीपन सा महसूस होता है। हमारे बीच एक अच्छी बॉन्डिंग थी। एक ऐसी दोस्ती, जो कह सकते हैं, दो लड़कों के बीच होती है। हम एक दूसरे को दिल की बात बताते थे, काफी कुछ शेयर करते थे।’
सातवां सवाल: आप आउटसाइडर रही हैं, तो क्या उस दौरान नेपोटिज्म जैसी चीजें हुआ करती थीं?

अभिनेत्री मंदाकिनी का जवाब : ‘नहीं, उस वक्त तो ऐसा कुछ भी नहीं था। उस वक्त हर आर्टिस्ट के अनुसार उन्हें कास्ट किया जाता था। डायरेक्टर के जहन में चीजें पहले से ही फीक्स होती थीं। उसी के अनुसार वो काम करते थे। उस वक्त यह नहीं था कि हमारे घर में कोई आ रहा है या हमारे खानदान का है, तो उसे ले लो। वो तो कास्ट को गांवों, कस्बों में जाकर ढूंढा करते थे। उस वक्त सारा कमान डायरेक्टर के हाथों होता था, गुरूदत्त, राजकपूर, सुभाष घई जैसे लोग स्टार्स बनाया करते थे। वो लोग स्टार के पीछे नहीं भागते थे बल्कि खुद ही स्टार्स हुआ करते थे, एक्टर्स उनके इर्द-गिर्द घूमा करते थे। अब तो रोल रिवर्स हो गया है। स्टार्स ही सबकुछ चलाते हैं। हालांकि मैं नेपोटिज्म के खिलाफ कभी रही नहीं। मुझे लगता है इसमें कुछ गलत है भी नहीं। अगर कोई स्टार का बेटा एक्टर बनना चाहेगा, तो क्या स्टार को उनकी मदद नहीं करनी चाहिए। वो बचपन से अपने माता-पिता को एक्टिंग करता देख रहा है, उसका सर्किल वही है, तो जाहिर सी बात है काम भी उसे ही आसानी से मिलेगा न। मेरा ही उदाहरण लें, अगर मुझे अपने बेटे के लिए किसी डायरेक्टर व प्रोड्यूसर को कॉल करना पड़े, तो मैं करूंगी।’

आठवां सवाल : लगभग 25 साल बाद कैमरा फेस कर रही हैं, क्या आप नर्वस थीं?

अभिनेत्री मंदाकिनी का जवाब : ‘फीलिंग बहुत ही नॉर्मल सी थी। मुझे ऐसा महसूस ही नहीं हुआ कि मैं पच्चीस साल बाद वापसी कर रही हूं। ऐसा लग रहा था कि मानो कल ही की बात हो, शूटिंग खत्म पूरी की और वापस से आ गई। हो सकता है कि शूटिंग का माहौल घर जैसा था। सच में कोई डिफरेंस का एहसास हुआ ही नहीं, मैं इस सॉन्ग के डायरेक्टर साजन को 30 साल से जानती हूं। उन्होंने तो कोई अंतर महसूस नहीं होने दिया, हां, हो सकता है कि अब दूसरी जगह काम करूं और चीजों के बीच फर्क महसूस हो। अभी तो स्टार्ट ही किया है, आने वाला वक्त ही बताएगा। देखा जाए, तो बदलाव आए हैं, वो अच्छे के लिए ही हुए हैं।’

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