सोमवार को सृष्टि के संचालक शंकर भगवान का दिन माना जाता है। कहते हैं कि सोमवार के दिन उपवास करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। इस दिन भगवान शंकर की उपासना करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान शंकर की प्रिय चीजें उन्हें अर्पित करना शुभ माना जाता है।
कहा जाता है कि शिव जी को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए सोमवार का व्रत जरूर रखना चाहिए। इस दिन व्रत रखने और विधि पूर्वक पूजा करने से भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है। यदि आप सोमवार का व्रत रखते हैं तो कुछ बातों को जानना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं सोमवार व्रत के नियम और इस दौरान कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए…
सोमवार के दिन शिव जी की पूजा और व्रत का विशेष महत्व होता है। यदि आप व्रत नहीं रख पा रहे हैं तो पूजा जरूर करें। सोमवार को सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कर साफ वस्त्र ग्रहण करें। अगर संभव हो तो किसी मंदिर में जाकर शिवलिंग का जलाभिषेक करने के बाद व्रत का संकल्प लें। इसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करें और व्रत की कथा जरूर सुनें।
शिव जी की पूजा में अभिषेक के समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि दूध से अभिषेक करने के लिए तांबे के लोटे का इस्तेमाल न करें। कहा जाता है कि तांबे के पात्र में दूध डालने से दूध संक्रमित हो जाता है और चढ़ाने योग्य नहीं रह जाता। इसके अलावा एक और बात का ध्यान रखें कि शिवलिंग पर कभी भी रोली और सिंदूर का तिलक नहीं लगाना चाहिए। शिव जी की पूजा में चंदन के तिलक का इस्तेमाल करना चाहिए।