रायपुर। प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने राज्य सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि, आज पूरी कांग्रेस पार्टी शराबबंदी के मुद्दे पर मुंह छिपाकर घूम रही है। कभी कहते हैं कि हमने कसम नहीं खाई और कभी कहते हैं कि शराबबंदी लागू करना संभव नहीं है।
यह वही कांग्रेस पार्टी है जिसने प्रदेश की माताओं-बहनों से जाकर यह पूछा था कि उन्हें कांग्रेस से क्या चाहिए, जब महिलाओं ने शराबबंदी की बात कही तो उसे कांग्रेस पार्टी ने जन घोषणा पत्र में शामिल भी कर लिया लेकिन आज भूपेश बघेल और उनकी सरकार अपने वादे से मुकर रही है।
कांग्रेस ज्यादा दिनों की मेहमान नहीं: पूर्व सीएम
गंगाजल सामने रखकर डोंगरगढ़ में माता बम्लेश्वरी के धाम से जन घोषणा पत्र का वादा करने वाली इस कांग्रेस सरकार ने नवरात्रि के पावन पर्व पर शराबबंदी के मुद्दे से पीछे हटते हुए ना केवल बमलेश्वरी माता और गंगा मैया का अपमान किया है बल्कि छत्तीसगढ़ महतारी को भी अपमानित करने का कार्य किया है। नवरात्र के दौरान 3 माताओं को अपमानित करने वाली यह कांग्रेस पार्टी अब ज्यादा दिनों की मेहमान नहीं है।
पूर्व सीएम ने कहा कि, हकीकत यह है कि जिसे भूपेश बघेल और उनकी सरकार चुनाव से पहले “जन घोषणा पत्र” कहती थी आज वह भूपेश बघेल का “मन घोषणा पत्र” बनकर रह गया है, जिसमें वो जब चाहे कोई वादा जोड़ लें और जब चाहे कोई वादा निकाल सकते हैं।
शराबियों और जुआरियों की संरक्षक बन चुकी सरकार: डॉ. रमन सिंह
शराबियों और जुआरियों की संरक्षक बन चुकी इस सरकार की मंशा कभी भी शराबबंदी की नहीं रही है, बल्कि इस सरकार ने तो वैश्विक महामारी के दौरान शराब की ऑनलाइन डिलीवरी करवाई है।
अभी कुछ दिनों पहले झारखंड के विधायकों के लिए भी इस सरकार ने शराब सुविधा उपलब्ध करवाई थी, ऐसी निर्लज्ज और झूठी भूपेश बघेल की सरकार से प्रदेश की जनता को अब कोई शराबबंदी की कोई उम्मीद नहीं है। मुख्यमंत्री बघेल को अब जनता के बीच आकर सार्वजनिक रूप से जन घोषणापत्र से शराबबंदी का मुद्दा निकाल देना चाहिए।