कोरबा । छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में पिछले साल जून में गैंगरेप की शिकार 13 वर्षीय लड़की ने हाल ही में एक बच्चे को जन्म दिया है जिसके बाद पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया और एक किशोर समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वही इस मामले का मुख्य आरोपी फरार है।
पीड़ित लड़की ने इतने महीनों तक अपने परिवार के सदस्यों से इस घटना के बारे में कुछ भी साझा नहीं किया था लेकिन पीड़िता के प्रसव के बारे में जानकर चौंक गए और उन्होंने आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
सामूहिक दुष्कर्म की घटना ये पिछले साल 22 जून को हुई थी। मुख्य आरोपी और उसके तीन साथी पीड़िता को किसी काम का बहाना बनाकर अपने साथ ले गए जब वो अपने घर में अकेली थी।
आरोपियों ने लड़की को एक सुनसान जगह पर ले गए और वहां उसके साथ बलात्कार किया वहीं आरोपियों ने उसे घटना के बारे में किसी को बताने पर जान से मारने की चेतावनी दी थी।
लड़की डरी हुई थी और उसने इस बारे में किसी के साथ साझा नहीं किया। लेकिन मामला तब सामने आया जब पीड़िता को प्रसव पीड़ा हुई और उसने 26 जनवरी को एक बच्चे को जन्म दिया।
फिर घरवालों ने पुलिस से संपर्क किया और शुक्रवार को भारतीय दंड संहिता की धारा 363 (अपहरण), 376 (बलात्कार), 376-डी (सामूहिक-बलात्कार), 506-बी (आपराधिक धमकी) और सुरक्षा के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया। यौन अपराधों से बच्चों (पॉक्सो) अधिनियम, उन्होंने कहा।
गिरफ्तार आरोपियों में से दो की उम्र 21 और 22 वर्ष है, वहीं किशोर की उम्र 17 साल है ।
दोनों आरोपी पुरुषों को जेल भेज दिया गया, जबकि नाबालिग लड़के को बाल सुधार गृह भेजा गया। अपराध का मुख्य आरोपी फरार है और उसे पकड़ने के प्रयास जारी हैं।